Tag Archives: Marriage

झारखंड में ‘लव जेहाद’ की शिकार बनी अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटर

Love Jihad -Jharkhand Shooter Tara

राजधानी रांची में ‘लव जेहाद’ का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. पीड़ि‍त तारा शाहदेव एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की निशानेबाज हैं. तारा के मुताबिक इस साल 7 जुलाई को उनकी शादी शहर के रेडिशन ब्लू होटल में रंजीत सिंह कोहली नाम के एक व्यक्ति से हुई थी. लेकिन शादी के बाद से ही उस पर जानवरों की तरह अत्याचार होने लगे. तारा को जब पता चला कि उसके पति का नाम रंजीत सिंह, नहीं बल्कि रकीबुल हसन है, तो उस जुल्म की इंतेहा कर दी गई. तारा पर जबरन धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाया जाने लगा. इस मामले में स्थानीय पुलिस ने एफआईआर दर्ज की ली है.

7 जुलाई को हिन्दू रीति-रिवाज के साथ तारा और रंजीत की शादी हुई थी. शादी के दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटर तारा बेहद खुश थी, उसकी शादी एक निजी कंपनी के मालिक रंजीत से हो रही थी. लेकिन शादी के एक महीने बाद ही हालत ये है कि तारा ठीक से चल भी नहीं पा रही है. पति ने उसे किस हद तक प्रताड़ित किया है यह तो तारा के शरीर के जख्मों को देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है. उसकी तमन्ना थी कि वो शूटिंग में देश का नाम रोशन करे, लेकिन उसके अपने पति ने ही उसे अपने पैरा पर खड़ा होने लायक भी नहीं छोड़ा. असल में तारा की दिल दहला देने वाली कहानी झूठ, फरेब और मक्कारी की घिनौनी दास्तान है.

तारा का आरोप है कि उसके पति ने उसे बंदूक की नोंक पर रखकर जबरदस्ती उसके साथ फिजिकल रिलेशन बनाए. असल में तारा को अपने पति की हकीकत तब पता चली जब उनके घर इफ्तार पार्टी का एक निमंत्रण आया. शादी के बाद तारा के ससुराल में एक दिन झारखंड के एक मंत्री हाजी हुसैन अंसारी की तरफ से इफ्तार पार्टी का निमंत्रण आया, इसमें जनाब रकीबुल हसन खान के नाम का संबोधन था, जिसे देखकर तारा चौंक उठी. इसके बाद हकीकत परत दर परत खुलती चली गई.

Love Jihad -Jharkhand Shooter Tara2

अंतरराष्ट्रीय ख‍िलाड़ी तारा चोट के निशान दिखाते हुए
तारा ने बताया कि उनके बीच दरार तब और गहरा गई जब 9 जुलाई को उसके पति ने 20-25 हाजियों को घर बुलाया और उस पर जबरन धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया. इस दौरान विरोध करने पर उसे न सिर्फ बुरी तरह मारा गया, बल्कि कई बार कुत्ते से कटवाया भी गया, ताकि वह डर से धर्म परिवर्तन कर ले. यही नहीं जुबान खोलने पर उसके भाई को मरवा डालने की धमकी तक दी गई. रक्षाबंधन के दिन वो किसी तरह रांची के किशोरगंज इलाके में स्थित अपने मायके गई और मौका पाकर कागज के टुकड़े में अपनी व्यथा लिखकर मेज की दराज में छोड़ आयी. उसे लगा था कि किसी की नजर पड़ेगी तो वे उसकी मदद के लिए आएंगे. लेकिन यहां भी उसकी किस्मत दगा दे गई.

आखि‍र 17 अगस्त को उसने घर में काम करने वाले एक नौकर से मोबाइल लेकर अपने भाई को अपना दुखड़ा सुनाया. इसके साथ ही उसने अपने भाई से कहा कि वह पुलिस लेकर ही उसके घर आए. तारा को डर था कि उसका भाई अकेला आया तो ऊंचे रसूक वाला उसका पति उसके भाई को किसी मामले में फंसा देगा. तारा के अनुसार उसके पति रंजीत उर्फ रकीबुल की राजनीति और न्यायिक हलकों में अच्छी पैठ है.

तारा की रंजीत से मुलाकात होटवार स्टेडियम में हुई थी, जहां वो शूटिंग की प्रैक्टिस के लिए अक्सर जाया करती थी. यहीं पर रंजीत ने तारा को सबके सामने पसंद करने व शादी का प्रस्ताव दे दिया था. 14 जून को रंजीत कुमार कोहली ने उसे घर पर डिनर के लिए बुलाया, इसके ठीक एक दिन बाद 15 जून को एक दोस्त के निमंत्रण पर तारा उसके घर डिनर के लिए पहुंची. वहां रंजीत भी पहले से ही मौजूद था, उसने तारा को अंगूठी व कंगन पहना दिया और शादी की तारीख तय करने की बात कही. इसके बाद 20 जून को दोनों की सगाई हुई और सात जुलाई को दोनों विवाह बंधन में बंध गए. लेकिन उसे यह पता नहीं था की मेहंदी का रंग उतरने के पहले ही उस पर सितम ढाने का सिलसिला शुरू हो जाएगा.

Love Jihad -Jharkhand Shooter Tara3

FIR के बाद से रंजीत कुमार कोहली उर्फ रकीबुल अपने मां के साथ फरार है. हालांकि पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले में फूंक-फूंककर कदम उठा रही है और ज्यादा बोलने से कतरा रही है. मामले के खुलासे के बाद झारखंड में खेलों से जुड़े संगठनों ने सीबीआई जांच की मांग की है. वहीं नकली हिंदू बनकर शादी रचाने के मामले में हिन्दू संगठनों ने भी सड़क पर उतरने का मन बना लिया है.

स्रोत (Source): http://aajtak.intoday.in/story/jhanrkhand-shooter-tara-shahdev-new-victim-of-love-jihad-1-777268.html​

Mating as marriage judgement is a shocker

Namaste

In a repeat performance, another judge gets into the act of equating marriage and live-in relationships. The only solace is that unlike the other case viz
https://arisebharat.com/2010/03/29/supreme-court-insults-hindus-by-referring-radha-krishna-premarital-sex/,
the judge in this case did not quote from our scriptures to make his point 😦

Gurumurthy writes a powerful article on the judgement. The full article is at
http://newindianexpress.com/opinion/Mating-as-marriage-judgment-is-a-shocker/2013/06/21/article1645277.ece

The family is the primary institution that socialises individuals with time-tested mix of duties and rights. Marriages are the foundation of conventional family and society. Customs and rituals legitimatise a marriage in the society’s eye. The combine of family and society, not the law or State, creates and sustains customs and rituals. Also law cannot bring about marriages. It can only terminate them.

Courts cannot admit a petition to make marriage. They can only accept a petition to break it. However unacceptable it is to progressives, conventional marriage continues to be the prerogative of the family and the society in which the family functions.

The way the judgment of Justice Karnan trivialises the satisfaction of the society is an invitation for marital chaos.